कुछ ही घंटों में नजर आए 3 खतरनाक सांप, सर्प मित्र ने किए रेस्क्यू
बारिश के मौसम के चलते जहरीले सांपों का घरों में घुस जाना आम बात हो गई है। ऐसे में लोग इसे लेकर एहतियात न बरतें तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। फिलहाल स्थिति यह है कि शहर हो या गांव, कहीं भी यह जहरीले सांप किसी भी घर में घुस सकते हैं।
बैतूल। बारिश के मौसम के चलते जहरीले सांपों का घरों में घुस जाना आम बात हो गई है। ऐसे में लोग इसे लेकर एहतियात न बरतें तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। फिलहाल स्थिति यह है कि शहर हो या गांव, कहीं भी यह जहरीले सांप किसी भी घर में घुस सकते हैं।
इसका प्रमाण सोमवार देखने को मिला। कल कुछ ही घंटों के भीतर अलग-अलग स्थानों पर घरों में कोबरा सहित अन्य जहरीले सांपों के होने की सूचना सर्प मित्र विश्वकर्मा को मिली। सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और इन सांपों का रेस्क्यू कर परिवार के लोगों को दहशत से मुक्ति दिलाई।
भड़ूस में नजर आया कोबरा
सर्प मित्र विशाल विश्वकर्मा ने बताया कि दोपहर 2 बजे भड़ूस गांव में सांप होने की सूचना मिली। वहां ग्रामीण दिनेश पंवार के घर पर गुड़ की भेलियां जमा रहे थे।
उसी दौरान एक बड़ा और काला सांप नजर आया। सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और सांप का रेस्क्यू किया। यह कोबरा सांप था जो कि बेहद जहरीला होता है।
रात को मर्दवानी से सूचना
इसके बाद रात करीब 9 बजे मर्दवानी से घर में सांप होने की सूचना मोबाइल पर मिली। इस पर वे बिना कोई विलंब किए घर पर पहुंचे। यहां अजीत काकोड़िया के घर में सांप था।
यहां रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। बावजूद इसके मोबाइल की रोशनी में सांप का रेस्क्यू किया गया। यह भी कोबरा था और इससे पहले वाले की तरह आक्रामक अंदाज में था।
रात 11.30 बजे पहुंचे गौठाना
मर्दवानी से लौटे भी नहीं थे कि शहर के समीप गौठाना से एक घर में सांप होने की सूचना मिली। इस पर रात को न देखते हुए वहां भी तत्काल पहुंचे। यहां अनिल नरवरे के घर में सांप था। यह सांप कॉमन ट्रिंकेट स्नेक था। इसका रेस्क्यू करते-करते करीब 12 बज गए।
अनुकूलित वातावरण में छोड़ा
सर्प मित्र विशाल विश्वकर्मा ने बताया कि तीनों ही सांपों का रेस्क्यू करने के बाद उनके प्राकृतिक आवास में ले जाकर छोड़ दिया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बारिश में सभी पर्याप्त सावधानी बरतें और कहीं सांप नजर आए तो उसे मारने की बजाय सर्प मित्र को सूचना दें।