Agriculture News : मंत्री शिवराज सिंह बोले- किसानों के लिए काम करें कृषि विश्वविद्यालय

Agriculture News : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे देश में सीमांत किसान हैं। छोटी जोत के किसान के लिए मॉडल फॉर्म बनाने की जरूरत है। सभी कृषि विश्वविद्यालय किसानों के लिए काम करें। कृषि विश्वविद्यालय, वैज्ञानिक और खेत एक साथ जुड़ने चाहिए।

Agriculture News : मंत्री शिवराज सिंह बोले- किसानों के लिए काम करें कृषि विश्वविद्यालयAgriculture News : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे देश में सीमांत किसान हैं। छोटी जोत के किसान के लिए मॉडल फॉर्म बनाने की जरूरत है। सभी कृषि विश्वविद्यालय किसानों के लिए काम करें। कृषि विश्वविद्यालय, वैज्ञानिक और खेत एक साथ जुड़ने चाहिए।

कृषि मंत्री श्री चौहान 96वें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) स्थापना एवं प्रौद्योगिकी दिवस के मौके पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की आत्मा है और किसान उसकी रीढ़ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। किसान एवं खेती प्रधानमंत्री जी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कृषि विविधिकरण कर देंगे तो किसानों की खेती में आय बढ़ाना संभव है। आज हम इसी संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।

चार साल के लक्ष्य करें निर्धारित (Agriculture News)

श्री चौहान ने वैज्ञानिकों से कहा कि हम 4 साल के लक्ष्य निर्धारित करें और 4 साल के बाद हम कहें कि हमने यह लक्ष्य पूरे किये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संकल्प लिया है कि भारत को 2047 तक विकसित बनायेंगे इसमें कृषि और कृषि संबंधित क्षेत्र ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा निभायेंगे। पशुपालन, मछली पालन, गेहूं उत्पादन, दलहन, तिलहन में उत्पादन बढ़ाना हो इसके लिए काम करना है।

Agriculture News : मंत्री शिवराज सिंह बोले- किसानों के लिए काम करें कृषि विश्वविद्यालय

कितने जुड़े हैं किसान-वैज्ञानिक

श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आईसीएआर ने 6 हजार किस्में दी हैं। इनमें से कितनी किस्में लैब से लैंड तक पहुंची हैं। किसान और वैज्ञानिक कितना जुड़ा है, हमें इस पर काम करना है। जब तक विज्ञान का व्यवहारिक उपयोग नहीं होगा तो किसान को फायदा नहीं होगा। किसान और कृषि विज्ञान केंद्र का कितना संबंध है इसका विश्लेषण करना होगा।

केंद्रों पर जाकर करें शोध (Agriculture News)

श्री चौहान ने कहा कि देश में 731 कृषि विज्ञान केंद्र हैं उनमें 2-2 विज्ञानिकों को 1-1 केंद्र में भेजिये और वे वहां अध्ययन करें और वहां जाकर भी शोध होगा तभी हम किसानों को फायदा पहुंचा सकते हैं । आज हम संकल्प लें कि दलहन और तिलहन में भी भारत को आत्मनिर्भर बनायेंगे, इसके लिए सरकार पूरा समर्थन करेगी। दलहन के लिए समृद्वि पोर्टल बना है। किसानों के लिए जागरूकता अभियान चलाना होगा।

किसानों को सिखाएं वैज्ञानिक

सारे वैज्ञानिक साल में एक महीना खेत में जाकर किसानों को सिखायें। उत्पादन बढ़ाना ज़रूरी है लेकिन इस पर भी ध्यान देना ज़रूरी है कि मानव शरीर पर उसका क्या प्रभाव होगा। प्राकृतिक खेती पर भी अनुसंधान कीजिए। श्रीअन्न का उत्पादन कैसे बढ़े, इस पर भी प्रधानमंत्री जी ने चिंता व्यक्त की है। श्री अन्न का उत्पादन कैसे बढ़े, इस पर भी काम करें।

स्वदेशी नस्लों का विकास जरुरी (Agriculture News)

पशुओं में घोड़ों और कुत्तों की स्वदेशी नस्लों को विकसित करने पर भी ध्यान दें। प्रौद्योगिकी के साथ भी हम कैसे जोड़ें इस पर भी काम करने की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन को देखते हुए भी काम करने की आवश्यकता है।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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