Rudraksh Ke Labh : बड़े काम के होते हैं रूद्राक्ष, जानें कौनसा रूद्राक्ष देता है क्या फायदा

Rudraksh Ke Labh : बैतूल के विनोबा नगर स्थित शिव मंदिर में सप्त दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव एवं पार्थिव शिवलिंग पूजन अनुष्ठान समारोह इन दिनों चल रहा है। यहां कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे द्वारा बेहद उपयोगी जानकारियां प्रदान की जा रही है।

Rudraksh Ke Labh : बड़े काम के होते हैं रूद्राक्ष, जानें कौनसा रूद्राक्ष देता है क्या फायदा

Rudraksh Ke Labh : बैतूल के विनोबा नगर स्थित शिव मंदिर में सप्त दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव एवं पार्थिव शिवलिंग पूजन अनुष्ठान समारोह इन दिनों चल रहा है। यहां कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे द्वारा बेहद उपयोगी जानकारियां प्रदान की जा रही है। बुधवार को उन्होंने रुद्राक्ष धारण करने के महत्व, प्रकार और लाभों का वर्णन किया। इसके साथ ही भस्म के बारे में भी जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को कार्य क्षेत्र में सफलता मिलती है। दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मन की शांति मिलती है। तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है। चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने से बुद्धि का विकास होता है। पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से आध्यात्मिक शक्ति मिलती है।

इसी तरह छ: मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्तित्व कौशल बढ़ता है। सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आर्थिक विकास होता है। आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मुसीबतों से मुक्ति मिलती है। नव मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति निडर बनता है। दस मुखी रुद्राक्ष धारण करने से नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।

Rudraksh Ke Labh : बड़े काम के होते हैं रूद्राक्ष, जानें कौनसा रूद्राक्ष देता है क्या फायदा
पंडित नरेंद्र दुबे

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से निर्णय शक्ति बढ़ती है। बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से प्रशासनिक कौशल बढ़ता है। तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से छटी इंद्री जागृत होती है। गणेश रुद्राक्ष धारण करने से केतु के अशुभ प्रभाव से बचते हैं। गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने से मनचाही संतान की प्राप्ति एवं विवाह इच्छा अनुसार होता है।

भस्म लगाने से होते यह लाभ

पंडित दुबे ने भस्म धारण करने के महत्व को भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि शरीर के संधि कपाल, छाती के दोनों हिस्से तथा पीठ आदि पर भस्म का लेप लगाने से कई तरह के चर्म रोग नहीं होते। भगवान शिव का श्रंगार करने के लिए भस्म का प्रयोग किया जाता है। भस्म लगाना धार्मिक दृष्टि से काफी शुभ माना गया है।

कीटाणुओं का होता है नाश

भस्म लगाने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है एवं शरीर के कीटाणुओं का भी नाश होता है। जो व्यक्ति शरीर पर भस्म का प्रयोग करता है, उनसे नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। खासकर सोमवार के दिन भस्म लगाने से मनुष्य को अपने कार्यों में सफलता हासिल होती है। शिवलिंग पर भस्म लगाने से शिव की कृपा प्राप्त होती है और राहु के दोष से मुक्ति के लिए भस्म का विशेष महत्व है इसमें भगवान शिव को भस्म अर्पित की जाती है।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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