Betul-Ashapur State Highway : बैतूल-आशापुर स्टेट हाईवे पर पलटा ट्रक, दोपहर तक ठप रहा यातायात

Betul-Ashapur State Highway : भीषण हादसों के लिए कुख्यात बैतूल-आशापुर स्टेट हाईवे के लेड़दा घाट पर बीती रात एक और हादसा हो गया। यहां एक लोहे से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। वहीं एक दूसरा ट्रक खाई के किनारे पहुंच कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे के चलते स्टेट हाईवे पर रात से लेकर मंगलवार रात से बुधवार 2.30 बजे तक यातायात ठप रहा।

Betul-Ashapur State Highway : बैतूल-आशापुर स्टेट हाईवे पर पलटा ट्रक, दोपहर तक ठप रहा यातायात

⇓ युनूस खान, दामजीपुरा

Betul-Ashapur State Highway : भीषण हादसों के लिए कुख्यात बैतूल-आशापुर स्टेट हाईवे के लेड़दा घाट पर बीती रात एक और हादसा हो गया। यहां एक लोहे से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। वहीं एक दूसरा ट्रक खाई के किनारे पहुंच कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे के चलते स्टेट हाईवे पर रात से लेकर मंगलवार रात से बुधवार 2.30 बजे तक यातायात ठप रहा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात यहां पर लोहा लेकर जा रहा एक ट्रक पलट गया। वहीं दूसरा ट्रक ब्रेक नहीं लगने के कारण खाई में घुस गया तिरछा हो गया। इसके चलते यहां से रात से ही बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही थी। यहां से केवल कार जैसे छोटे वाहन ही निकल पा रहे थे। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी थी।

Betul-Ashapur State Highway : बैतूल-आशापुर स्टेट हाईवे पर पलटा ट्रक, दोपहर तक ठप रहा यातायात

दोपहर ढाई बजे शुरू आवाजाही

सूचना मिलने पर भीमपुर पुलिस चौकी से पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंच गया था। आज सुबह क्रेन बुलवाकर ट्रकों को एक ओर हटाने की मशक्कत शुरू की गई। भीमपुर चौकी प्रभारी बलराम यादव ने बताया कि तिरछे फंसे ट्रक को निकाल दिया गया है। इसके बाद दोपहर 2.30 बजे से यातायात शुरू कर दिया गया है। वाहन चालकों द्वारा सावधानी से वाहनों को निकाला जा रहा है।

सुधार के लिए कई आंदोलन

उल्लेखनीय है कि लेड़दा घाट पर अंधे मोड़ और अत्यधिक ढलान के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसका सुधार करने के लिए कई बार आंदोलन हो चुके हैं और ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं। इन सबके बावजूद यहां हालत जस की तस है। अभी भी आए दिन यहां पर हादसे होते रहते हैं।

योजना बनी पर अमल नहीं

दो साल पहले यहां अंधे मोड़ और ढलान वाले क्षेत्र में कटाव और भराव कार्य करके हादसों का खतरा कम करने डेढ़ करोड़ की लागत की योजना बनी थी। यह बात अलग है कि आज तक यहां कोई काम नहीं हुआ। वह योजना भी पता नहीं किस दफ्तर की आलमारी में धूल फांक रही है।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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