Betul Health News : गांवों में बढ़ रहे मरीज, झोलाछाप का ही है सहारा
Betul Health News : बैतूल जिले के आदिवासी बाहुल्य भीमपुर विकासखंड के गुरवा पिपरिया, जीरूढाना सहित अनेक गांवों में बीमारियां पांव पसार रही है। इन गांवों में वायरल फीवर, उल्टी-दस्त जैसी बीमारियां फैल रही है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर सिर्फ और सिर्फ झोलाछाप डॉक्टर ही दिखलाई दे रहे हैं।
⇓ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
Betul Health News : बैतूल जिले के आदिवासी बाहुल्य भीमपुर विकासखंड के गुरवा पिपरिया, जीरूढाना सहित अनेक गांवों में बीमारियां पांव पसार रही है। इन गांवों में वायरल फीवर, उल्टी-दस्त जैसी बीमारियां फैल रही है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर सिर्फ और सिर्फ झोलाछाप डॉक्टर ही दिखलाई दे रहे हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि ठंड लगकर बुखार आना, उल्टी-दस्त, पेचिश जैसी बीमारियों के घर-घर मरीज मिल रहे हैं। वे अपना उपचार झोलाछाप डॉक्टर से ही मजबूरी में करवाते हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं का है अभाव
सरकारी दावे भले ही स्वास्थ्य सुविधा घर-घर तक मुहैया कराने के हो, लेकिन भीमपुर विकासखंड के अनेक गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का खासा अभाव है। ऐसे में ग्रामीण मजबूरी में झोलाछाप डॉक्टरों से ही इलाज कराते हैं।
इलाज के नहीं माकूल इंतजाम
ग्राम चूनालोहमा में भी कहने को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन वह भी दुर्दशा का शिकार है। इस अस्पताल के अंतर्गत चूनालोमा ग्राम पंचायत के ही दो दर्जन से भी अधिक गांव आते हैं, लेकिन यहां संस्थागत प्रसव तक के ही माकूल इंतजाम नहीं हैं। जिस वजह से लोग घर पहुंच सेवा देने वाले झोलाछाप डॉक्टरों से अपना उपचार करवाते हैं।
कलेक्टर से की यह मांग
ऐसे में जब मरीज की हालत बिगड़ जाती है तो जिला अस्पताल मरीज को ले जाते हैं। क्षेत्र के ग्रामीणों ने जिले के संवेदनशील कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी से उचित स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने और झोलाछाप डाक्टरों पर कार्यवाही की मांग की है।