अवैध रेत से बन रहा बैतूल-इंदौर नेशनल हाईवे, कंपनी पर किया प्रकरण दर्ज

बैतूल जिले में अवैध रेत उत्खनन के विरूद्ध मुहिम चलाई जा रही है। इसके तहत कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशों के अनुपालन में खनिज विभाग ने एक और कार्यवाही की है। विभाग द्वारा रेत का अवैध भंडारण किए जाने पर जीत एशिया कंपनी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए जाने की कार्रवाई की गई है।

अवैध रेत से बन रहा बैतूल-इंदौर नेशनल हाईवे, कंपनी पर किया प्रकरण दर्ज

बैतूल जिले में अवैध रेत उत्खनन के विरूद्ध मुहिम चलाई जा रही है। इसके तहत कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशों के अनुपालन में खनिज विभाग ने एक और कार्यवाही की है। विभाग द्वारा रेत का अवैध भंडारण किए जाने पर जीत एशिया कंपनी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए जाने की कार्रवाई की गई है।

उप संचालक खनि मनीष पालेवार ने बताया कि हरदा रोड पर जीत एशिया के द्वारा रेत का अवैध भंडारण किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। सहायक खनि अधिकारी बैतूल तथा खनिज अमले के द्वारा चिचोली तहसील के ग्राम हर्रई में स्थित निजी भूमि खसरा क्रमांक 108/2 रकबा 1.214 हेक्टेयर क्षेत्र का निरीक्षण किया गया।

बिना अनुमति किया जा रहा भंडारण

मौका निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मेसर्स जीत एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा टेमागांव से चिचोली फोरलेन एनएच 47 (बैतूल-इंदौर नेशनल हाईवे) का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जांच के दौरान बिना अनुमति के खनिज रेत का भंडारण होना पाया गया।

अवैध भंडारित रेत की इतनी मात्रा

अवैध रूप से भंडारित रेत की मात्रा 130 घनमीटर पाई गई। उक्त कम्पनी के विरुद्ध अवैध भंडारण का प्रकरण दर्ज कर मध्यप्रदेश (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण) नियम 2022 के प्रावधानों के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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