Betul Samachar : कलेक्टर-एसपी की तत्परता से गुजरात से मुक्त कराए 7 मजदूर
Betul Samachar : कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी और एसपी निश्चल झरिया की पहल पर कोतवाली बैतूल से गठित टीम ने गुजरात के भचाऊ में बंधक बनाए गए 7 मजदूरों को सफलतापूर्वक मुक्त कराकर बैतूल लाया है। मजदूरों को ठेकेदार और कंपनी के कब्जे से निकालने के लिए टीम को गुजरात भेजा गया था। जन साहस संस्था और श्रम विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका इस अभियान में रही।
जन साहस संस्था और श्रम विभाग की मदद से मजदूरों को सकुशल बैतूल लाया गया
Betul Samachar : बैतूल। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी और एसपी निश्चल झरिया की पहल पर कोतवाली बैतूल से गठित टीम ने गुजरात के भचाऊ में बंधक बनाए गए 7 मजदूरों को सफलतापूर्वक मुक्त कराकर बैतूल लाया है। मजदूरों को ठेकेदार और कंपनी के कब्जे से निकालने के लिए टीम को गुजरात भेजा गया था। जन साहस संस्था और श्रम विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका इस अभियान में रही।
मजदूरों के परिजनों ने जन साहस संस्था से संपर्क किया था। जिसके बाद संस्था की जिला समन्वयक पल्लवी टाकरकर ने परिजनों के साथ कलेक्टर को आवेदन दिया। जिसमें मजदूरों को सकुशल वापस लाने की गुहार लगाई गई थी। मुक्त कराए गए मजदूरों में संजू नर्रे (50 वर्ष), मनौती धुर्वे (28 वर्ष), देवेंद्र गाडगे (25 वर्ष), श्रीकृष्ण धुर्वे (23वर्ष) और नीलेश उईके (25 वर्ष) , महेश चढ़ोकार ,सुरसेन धुर्वे शामिल हैं।
यह सब्जबाग दिखा कर ले गए
एजेंट जितेंद्र कुमरे ने 24 मई 2024 को इन मजदूरों को 18000 रुपये प्रति माह के अच्छे काम का वादा करके गुजरात भेजा था। ठेकेदार जितेंद्र ने मजदूरों को काम पसंद न आने पर घर लौट सकते हैं, यह कहा था। लेकिन, बाद में मजदूरी का भुगतान न करने और घर जाने पर गाली-गलौच व मारपीट की धमकी देने लगे। मजदूरों के मोबाइल भी छीन लिए गए थे। किसी तरह से दूसरे के मोबाइल से परिजनों को संपर्क कर मजदूरों ने अपनी स्थिति बताई।
परिजनों ने बताई थी व्यथा
प्रभूढाना के देवप्रकाश गाडगे और कृष्णा धुर्वे राम घाटी की मनौती धुर्वे सहित सभी मजदूरों के परिजन जन साहस संस्था से मिले थे। एजेंट जितेंद्र कुमरे ग्राम लावन्या, ब्लॉक बैतूल, मध्यप्रदेश के निवासी हैं। जिन्होंने मजदूरों को ठेकेदार जितेंद्र भाई के पास भचाऊ, जिला कच्छ, गुजरात भेजा था।
बंधक बनाकर कराया जाता था काम
मजदूरों ने बताया कि उन्हें काम पसंद न आने पर घर लौटने की अनुमति थी, लेकिन ठेकेदार ने उन्हें बंधक बना लिया। जो मजदूर भागने की कोशिश करते थे, उन्हें पकड़कर मारा जाता था। सभी मजदूरों के मोबाइल छीन लिए गए थे। मजदूरों को सकुशल वापस लाने के लिए जन साहस संस्था और श्रम विभाग ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रशासन का माना संस्था ने आभार
जिला कलेक्टर के निर्देश पर एसपी निश्चल झरिया ने कोतवाली से एक टीम गठित कर गुजरात भेजी, जहां से मजदूरों को मुक्त कराकर बैतूल लाया गया। इस सफलता पर मजदूरों के परिजनों ने जिला प्रशासन और जन साहस संस्था का धन्यवाद किया है। मजदूरों को सकुशल वापस लाए जाने पर जनसाहस की जिला समन्वयक पल्लवी टाकरकर ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।