Cobra In School Bag : बच्चे के स्कूल बैग में छिपी बैठी थी मौत, इसी बीच..

Cobra In School Bag : खतरनाक सांपों के वीडियो देखना सभी को बड़ा रोचक और मजेदार लगता है। उनकी कुछ हरकतें भी बड़ी पसंद की जाती है, लेकिन इन्हीं सांपों के कारण कभी-कभी इतनी भयावह स्थिति बन जाती है कि उसके बारे में सोचकर ही सिहरन हो जाती है।

Cobra In School Bag : बच्चे के स्कूल में छिपी बैठी थी मौत, इसी बीच..

Cobra In School Bag : खतरनाक सांपों के वीडियो देखना सभी को बड़ा रोचक और मजेदार लगता है। उनकी कुछ हरकतें भी बड़ी पसंद की जाती है, लेकिन इन्हीं सांपों के कारण कभी-कभी इतनी भयावह स्थिति बन जाती है कि उसके बारे में सोचकर ही सिहरन हो जाती है।

ऐसा ही वाकया आज बैतूल जिला मुख्यालय के समीप स्थित जामठी गांव में एक ग्रामीण के घर में हुआ। यहां करीब 5 फीट लंबा, बेहद जहरीला कोबरा सांप बच्चे के स्कूल बैग में छिपा बैठा था। वह तो शुक्र था कि उस बीच बच्चे ने बैग को हाथ नहीं लगाया।

इस कोबरा सांप के रेस्क्यू का वीडियो जब वायरल हुआ तो लोग यह सोचकर ही सिहर उठ रहे हैं कि गलती से भी यदि उस समय बच्चा अनजाने में बैग खोल लेता तो क्या होता। हालांकि शुक्र था कि उस कोबरा की मौजूदगी पहले ही पता चल गई और उसका रेस्क्यू कर लिया गया।

लकड़ी दिखाई तो फुफकार दिया

बताया जाता है कि जामठी निवासी फूलचंद बारस्कर को आज अपने घर में एक कोबरा सांप नजर आया। पहले उन्होंने उसे भगाने के लिए लकड़ी दिखाई तो वह उन्हीं पर फुफकारने लगा। उसके आक्रामक तेवर देख उन्होंने घर से बाहर निकलना ही उचित समझा।

सर्प मित्र को दी गई सूचना

उन्होंने घर से निकल कर तत्काल ही सर्पमित्र विशाल विश्वकर्मा को उनके मोबाइल (नंबर- 8463820941) पर काल किया। सूचना मिलते ही विशाल विश्वकर्मा मौके पर पहुंचे और कमरे में सांप की तलाश शुरू की। उस समय तक सांप कमरे में टेबल पर रखे स्कूल बैग के भीतर जाकर बैठ गया था।

फुफकार कर डराने की कोशिश

इधर विशाल ने कमरे में सभी जगह तलाश की और नहीं मिलने पर बैग टटोला। आखिरकार वह वहां मिल गया। वहां उसे बैग से निकालना संभव नहीं था। लिहाजा, वे बैग सहित उसे उठाकर बाहर ले आए। यहां निकालने की कोशिश करने पर वह लगातार फुफकारता रहा।

बेहद आक्रामक था यह कोबरा

इतना ही नहीं बैग के भीतर से ही वह फन फैलाकर दो बार डंसने की कोशिश भी कर चुका था। किसी तरह उसे बैग से बाहर निकाला गया। उसके बाद भी लगातार डंसने की कोशिश में अपना फन मारते रहा। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितना आक्रामक था। हालांकि सर्पमित्र ने उसे काबू में कर लिया।

यहाँ देखें कोबरा का आक्रामक अंदाज और रेस्क्यू का वीडियो…

मात्र 45 मिनट का मिलता समय

कोबरा के रेस्क्यू के बाद विशाल ने जानकारी दी कि यह कोबरा है जिसे नागराजा भी कहा जाता है। इसके डंसने के बाद 45 मिनट में चिकित्सीय इलाज नहीं हुआ तो जान जाना तय है।

इसलिए सांप के डंसने पर झाड़-फूंक में समय न गंवाएं बल्कि तुरंत इलाज कराएं। झाड़-फूंक में केवल वे लोग बचते हैं जिन्हें जहरीले सांप ने नहीं डंसा हो।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button