IMD Alert : 28 जिलों में होगी भारी बारिश, फसलों को नुकसान
IMD Alert : मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लगातार कई दिनों से बारिश का दौर चल रहा है। इधर मौसम विभाग भोपाल ने गुरुवार को जारी बुलेटिन में अगले 24 घंटों में 28 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। निरंतर हो रही बारिश से अब फसलों को नुकसान पहुंचने लगा है।
IMD Alert : मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लगातार कई दिनों से बारिश का दौर चल रहा है। इधर मौसम विभाग भोपाल ने गुरुवार को जारी बुलेटिन में अगले 24 घंटों में 28 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। निरंतर हो रही बारिश से अब फसलों को नुकसान पहुंचने लगा है।
मौसम विभाग भोपाल ने गुरुवार को जारी बुलेटिन में अगले 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान बताया है। इसमें 28 जिलों में कुछ स्थानों पर वज्रपात और झंझावत के साथ 64.5 से 115.5 मिलीमीटर तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
इन जिलों में रायसेन, बैतूल, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, टीकमगढ़, पांढुर्णा जिले शामिल हैं।
इन जिलों में बाढ़ का खतरा
इनके अलावा कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा भी बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश के बालाघाट, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, मध्य डिडोंरी, जबलपुर, उत्तरी मंडला, नरसिंहपुर, दक्षिण सागर, सिवनी, उत्तरी शहडोल और सीधी जिलों में मध्यम बाढ़ से खतरा होने की संभावना है।
फसलों को क्षति पहुंचा रही बारिश
बैतूल जिले में लगातार बारिश से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। जिले के कुछ क्षेत्रों में फसलें खराब होने से किसान परेशान हैं। इस वर्ष भी किसानों ने अच्छी फसल की उम्मीद लगाई थी। लेकिन लगातार हो रही बारिश से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है।
श्रावण की शुरूआत से बारिश
सावन मास की जब से शुरुआत हुई, तब से जिले में बारिश की झड़ी लग गई थी। अभी भी बारिश का दौर जारी है। लगातार बारिश के कारण खेतों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई है। खेतों से जलभराव के कारण सोयाबीन सहित अन्य फसल पीली पड़ गई है। सोयाबीन पीली पड़ने से फसल को फूल नहीं आ रहे हैं।
जड़ें गलीं, फसल मुरझाई
किसानों का कहना है कि जल भराव के कारण पौधों की जड़ें गल गई हैं और फसल मुरझाने लग गई है। ऐसी स्थिति में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि सभी क्षेत्र में नुकसान नहीं हुआ है। कुछ क्षेत्रों में इसका असर देखने को मिल रहा है।
जिन किसानों के खेतों में बारिश के पानी की निकासी के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, उन किसानों की फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। अधिक बारिश भी फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है।