Ganesh Pujan Ka Mahatva : शुभ कार्यों में क्यों करते हैं सर्वप्रथम गणेश जी की पूजा-अर्चना..?

Ganesh Pujan Ka Mahatva : हम अक्सर देखते हैं कि किसी भी शुभ कार्य या मांगलिग अनुष्ठान में सबसे पहले गणेश जी का पूजन होता है। इसलिए उन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। विधि विधान से भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। इससे कभी भी कोई परेशानी नहीं आ सकती।

Ganesh Pujan Ka Mahatva : शुभ कार्यों में क्यों करते हैं सर्वप्रथम गणेश जी की पूजा-अर्चना..?

Ganesh Pujan Ka Mahatva : हम अक्सर देखते हैं कि किसी भी शुभ कार्य या मांगलिग अनुष्ठान में सबसे पहले गणेश जी का पूजन होता है। इसलिए उन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। विधि विधान से भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। इससे कभी भी कोई परेशानी नहीं आ सकती।

बैतूल के श्री शिव मंदिर विनोबा नगर में चल रही सप्त दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा महोत्सव समारोह में शनिवार को कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने भगवान श्री गणेश के पूजन का महत्व विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि संतान गणपति स्तोत्र के जाप से संतान का व्यक्तित्व तेजस्वी बनता है और समाज में मान सम्मान बढ़ता है। चतुर्थी के दिन रिद्धि सिद्धि के साथ भगवान श्री गणेश की पूजा करने से धन की कमी नहीं होती।

Ganesh Pujan Ka Mahatva
पंडित नरेंद्र दुबे

आती है घर में सुख-समृद्धि

कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि हिंदू धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और सर्वशक्तिमान माना जाता है। मान्यता है कि गणेश जी की पूजा करने से सुख समृद्धि आती है, सभी परेशानी दूर होती है। बुद्धि, समृद्धि, धन, वैभव के साथ आत्मा शुद्ध होती है एवं दरिद्रता का नाश होता है। किसी भी शुभ काम या मांगलिक कार्य में गणेश जी की पूजा का विधान है।

सुखी जीवन का आशीर्वाद

बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना और उपासना करने से गणपति बप्पा सुखी जीवन का आशीर्वाद देते हैं। कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि श्री गणेश जी की पूजा सभी देवी देवताओं की पूजा से पहले की जाती है। भगवान श्री गणेश को अगर अपनी ताकत बनाना है तो लाल गुड़हल का फूल उनके सिर पर चढ़ाये और उसे सुखाकर अपने अपने पर्स में रखने से धन की कमी नहीं होती।

संतान प्राप्ति के लिए यह जाप

संतान प्राप्ति के लिए संतान गणपति स्तोत्र का जाप कर सकते हैं। इस स्तोत्र का पाठ किसी भी मंगलवार से शुरू किया जा सकता है और संतान प्राप्ति का संकल्प लेकर इसका अनुष्ठान करना चाहिए। इस स्तोत्र के जाप करने से संतान प्राप्ति में आने वाली बढ़ाएं दूर होती है और भगवान गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।

भगवान श्री गणेश की उपासना से उपासक को संतान प्राप्ति के साथ-साथ सुख शांति मिलती है संतान गणपति स्तोत्र के निरंतर जाप से संतान बलशाली निडर और ज्ञानवान बनती है।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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