मोहन नागर बने मप्र जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष, मिला राज्यमंत्री का दर्जा
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में स्थित भारत भारती आवासीय विद्यालय के सचिव, जल पुरूष, वरिष्ठ पर्यावरणविद, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता मोहन नागर को मध्यप्रदेश शासन ने मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। श्री नागर को यह महत्वपूर्ण दायित्व मिलने से जिले में हर्ष का माहौल है।
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में स्थित भारत भारती आवासीय विद्यालय के सचिव, जल पुरूष, वरिष्ठ पर्यावरणविद, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता मोहन नागर को मध्यप्रदेश शासन ने मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। श्री नागर को यह महत्वपूर्ण दायित्व मिलने से जिले में हर्ष का माहौल है।
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद कितनी महत्वपूर्ण संस्था है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस परिषद के अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री होते हैं। परिषद में मुख्यमंत्री के बाद उपाध्यक्ष ही सारे कार्य संचालन के लिए दायित्ववान होते हैं।
दो साल के लिए हुई नियुक्ति
मध्यप्रदेश शासन योजना आर्थिक व सांख्यिकी विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन के उप सचिव विकास मिश्रा ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल की ओर से 23 अगस्त को जारी आदेश में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद में उपाध्यक्ष के पद पर श्री नागर को नियुक्त है। उनकी नियुक्ति कार्य भार ग्रहण करने की तिथि से 2 साल तक के लिए होगी।
जिले को मिला एक राज्य मंत्री
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद में उपाध्यक्ष को राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त होता है। इस प्रकार श्री नागर के माध्यम से जिले को एक राज्य मंत्री मिलने जा रहा है। श्री नागर समर्पित समाजसेवी और पर्यावरणविद के रूप में जाने जाते हैं। वे लंबे समय से आदिवासी बाहुल्य जिले में शिक्षा की अलख भी जगा रहे हैं।
सोनाघाटी को हरियाली से लादा
जिला मुख्यालय के समीप स्थित सोनाघाटी पहाड़ी कुछ साल पहले पूरी तरह उजाड़ हो चुकी थी। श्री नागर के नेतृत्व में चलाए गए गंगावतरण अभियान की बदौलत ही यह पहाड़ी अब हरियाली से लद गई है। साथ ही जल स्तर भी बढ़ा है। उनके लंबे अनुभव से जन अभियान परिषद भी प्रदेश में कुछ उपलब्धियां हासिल कर सकेगा।