New Rail Projects : इन राज्यों में बिछेंगी नई रेल लाइनें, बढ़ेगा नेटवर्क

New Rail Projects : हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई। इस बैठक में तकरीबन 24,657 करोड़ रुपये की कुल अनुमानित लागत के साथ रेल मंत्रालय की 8 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इससे भारतीय रेल का नेटवर्क और बढ़ जाएगा।

New Rail Projects : इन राज्यों में बिछेंगी नई रेल लाइनें, बढ़ेगा नेटवर्क

New Rail Projects : हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई। इस बैठक में तकरीबन 24,657 करोड़ रुपये की कुल अनुमानित लागत के साथ रेल मंत्रालय की 8 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इससे भारतीय रेल का नेटवर्क और बढ़ जाएगा।

नई लाइनों के ये प्रस्ताव सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे और गतिशीलता में सुधार करेंगे, जिससे भारतीय रेल को बढ़ी हुई दक्षता और सेवा विश्वसनीयता मिलेगी। ये परियोजनाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नए भारत के विजन के अनुरूप हैं, जो इस क्षेत्र के लोगों को व्यापक विकास के जरिए आत्मनिर्भर बनाएगी, जिससे उनके रोजगार/स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

पीएम गति शक्ति का परिणाम

ये परियोजनाएं मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम-गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान का परिणाम हैं, जो एकीकृत योजना के जरिए संभव हुआ है। यह लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की आवाजाही के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

इन राज्यों में बिछेंगी रेल लाइन

ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल इन सात राज्यों के 14 जिलों को कवर करने वाली 8 परियोजनाएं भारतीय रेल के मौजूदा नेटवर्क को 900 किलोमीटर तक बढ़ा देंगी।

बनाए जाएंगे 64 रेलवे स्टेशन

इन परियोजनाओं के साथ 64 नए स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिससे 6 आकांक्षी जिलों (पूर्वी सिंहभूम, भदाद्रीकोठागुडेम, मलकानगिरी, कालाहांडी, नबरंगपुर, रायगढ़ा), लगभग 510 गांवों और लगभग 40 लाख आबादी को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

प्रस्तावित नई रेल लाइनें और कवर होने वाले जिले तथा राज्य

क्र.सं.नया रेललाइन मार्गलाइन की लंबाई

(किमी)

कवर हुए जिलेराज्य
1गुनुपुर-थेरुबली (नई लाइन)73.62रायगढ़ओडिशा
2जूनागढ़-नबरंगपुर116.21कालाहांडी और नबरंगपुरओडिशा
3बादामपहाड़ – कंदुझारगढ़82.06क्योंझर और मयूरभंजओडिशा
4बंगरीपोसी – गोरुमाहिसानी85.60मयूरभंजओडिशा
5मल्कानगिरि – पांडुरंगपुरम (वाया भद्राचलम)173.61मलकानगिरी, पूर्वी गोदावरी और भद्राद्रिकोठागुडेमओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना
6बुरामारा – चाकुलिया59.96पूर्वी सिंहभूम, झाड़ग्राम और मयूरभंजझारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा
7जालना – जलगांव174औरंगाबादमहाराष्ट्र
8बिक्रमशिला – कटरिया26.23भागलपुरबिहार

पर्यटकों की बढ़ेगी आवाजाही

यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल, अजंता की गुफाओं को भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आ सकेंगे। ये कृषि उत्पादों, उर्वरक, कोयला, लौह अयस्क, इस्पात, सीमेंट, बॉक्साइट, चूना पत्थर, एल्युमीनियम पाउडर, ग्रेनाइट, गिट्टी, कंटेनर आदि वस्तुओं के परिवहन के लिए आवश्यक मार्ग हैं।

माल ढुलाई क्षमता भी बढ़ेगी

क्षमता वृद्धि कार्यों के नतीजतन 143 एमपीटीए (मिलियन टन प्रति वर्ष) की अतिरिक्त माल ढुलाई होगी। रेल पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा कुशल परिवहन का साधन है जिससे जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने और देश की रसद लागत को कम करने, तेल आयात (32.20 करोड़ लीटर) को कम करने और कार्बन उत्सर्जन (0.87 मिलियन टन) को कम करने में मदद मिलेगी, जो कि 3.5 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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