Regional Industrial Conclave : एमपी में 1.5 लाख से अधिक को मिलेंगे रोजगार के अवसर

Regional Industrial Conclave : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार गठन के बाद प्रदेश में औद्योगिक निवेश की रफ्तार को बढ़ाने के लिए संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव आयोजित करने का वृहद अभियान चालू किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि गत दिवस ग्वालियर में आयोजित रीजनल कॉन्क्लेव में 8,500 करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

Regional Industrial Conclave : एमपी में 1.5 लाख से अधिक को मिलेंगे रोजगार के अवसर

रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के माध्यम से अब तक 1,80,000 करोड़ रुपए से अधिक के मिले प्रस्ताव

Regional Industrial Conclave : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार गठन के बाद प्रदेश में औद्योगिक निवेश की रफ्तार को बढ़ाने के लिए संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव आयोजित करने का वृहद अभियान चालू किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि गत दिवस ग्वालियर में आयोजित रीजनल कॉन्क्लेव में 8,500 करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

उन्होंने बताया कि उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में अब तक आयोजित किए गए विभिन्न रीजनल कॉन्क्लेव के साथ मुम्बई, बेंगलुरू और कोयम्बटूर में किये रोड शो के माध्यम से कुल 1,80,000 करोड रुपए के प्रस्ताव मिले हैं। जिससे लगभग डेढ़ लाख व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।

अब यहां कॉन्क्लेव का आयोजन

उन्होंने बताया कि आगामी समय में सागर, रीवा और भोपाल में रीजनल कॉन्क्लेव और इसके बाद ग्लोबल समिट आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव प्रदेश के आर्थिक विकास में मील के पत्थर सिद्ध होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ये विचार अपने दिल्ली प्रवास के दौरान मीडियाकर्मियों से संवाद के दौरान व्यक्त किए।

सुविधाओं से आकर्षित हो रहे उद्योग

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के फलस्वरुप सभी प्रकार के उद्योग-भारी, मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्योग प्रदेश में आकर्षित हो रहे हैं। प्रदेश सरकार रोजगार-परक उद्योगों जैसे ग्रामीण, लघु और कुटीर उद्योग तथा पर्यटन उद्योग पर विशेष ध्यान दे रही है।

अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों का विकास

अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों का समान रूप से विकास कर, निवेश आकर्षित कर और रोजगार के नए अवसर सृजित कर प्रदेश में अगले 5 साल में चरणबद्ध तरीके से 3.5 लाख करोड रुपए के वार्षिक बजट को 7 लाख करोड रुपए तक ले जाने की योजना है।

भारत सरकार का भी मिल रहा सहयोग

इस कार्य में भारत सरकार भी कदम से कदम मिलाकर उद्योगों के लिए अनुकूलता उपलब्ध करा रही है, जिसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्र सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।

किस उद्योगपति की क्या है योजना

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से एसेंचर आईटी के एमडी मनोज चतुर्वेदी ने मुलाकात की और उनसे मध्य प्रदेश में निवेश के संबंध में चर्चा की। मार्बल विनाइल के पंकज चावला ने ऑटोमेटिक इंटीरियर के संबंध में चर्चा की। एलिक्सर इंडस्ट्री ने फर्नीचर और रसायन के क्षेत्र में इन्वेस्ट करने की इच्छा जाहिर की। इसी प्रकार प्रॉपर लाइट इंडस्ट्री खास संस्करण उद्योग में लाना चाह रही है।

रिलायंस इंडस्ट्री ने बंजर पड़ी जमीन पर चारा उगाने रिसर्च डिपार्टमेंट स्थापित करने की कार्य योजना रखी। ग्वालियर के 800 एकड़ क्षेत्र में घास लगाकर इससे गैस बनाने की प्रक्रिया के लिए बायोकैमिकल इंडस्ट्री के साथ पहले रिसर्च डिपार्टमेंट स्थापित करने की बात।

प्लेग्रो इंडस्ट्रीज के अंकुर गुप्ता ने खिलौने और फर्नीचर के लिए पॉलिसी बनाने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद दिया, इंदौर व उज्जैन क्षेत्र में खिलौना उद्योग लगाने की इच्छा जताई।

जमुना इंडस्ट्री ऑटोमोबाइल क्षेत्र के कार्यकारी निदेशक कोहली ने स्प्रिंग और सस्पेंशन बनाने के लिये निवेश की इच्छा जाहिर करते हुए पीथमपुर के पास जमीन अलॉट करने की बात रखी।

इस प्रकार 18 से अधिक उद्योगपतियों ने लगभग 5000 करोड़ रूपये का इन्वेस्टमेंट करने के संबंध में अपनी बात रखी। ग्वालियर मुरैना में भी लगभग 3000 करोड़ से अधिक के प्रस्ताव इन उद्योगपति ने दिए हैं।

हाई राइड समूह के एमडी अनुज अग्रवाल ने बताया की मेक इन इण्डिया मुहिम के तहत रु. 2500 करोड के निवेश से 2 गीगा वाट क्षमता का सौर उर्जा सेल विनिर्माण इकाई तथा सिवनी में 300 केएलपीडी क्षमता का इथेनॉल प्लांट स्थापित किये जाने की योजना है।

जमना ऑटो के सुरेंद्र पाल ने औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर, जिला भिंड में 42 एकड़ क्षेत्रफल पर रुपये 300 करोड़ के अधिक के निवेश से प्लांट संचालित है, जिसमें 1100 से अधिक व्यक्ति कार्यरत है।

मार्बल ग्रुप द्वारा प्रदेश में लगभग 50 से 60 एकड भूमि पर ऑटोमोटिव इंटीरियर फर्निशिंग, वाटर प्रूफिंग तथा जियोमेमब्रेन्स के निर्माण हेतु 4 ज्वांइट वेंचर इकाईयां स्थापित किये जाने की योजना है। इन इकाईयों में रुपये 620 करोड का निवेश तथा 2800 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रस्तावित है।

ओएफबी कंपनी की रुपये 350 करोड़ की लागत के साथ टेक्सटाइल, बैग निर्माण सम्बन्धी इकाई स्थापना की योजना है।

प्राइम गोल्ड कंपनी की ग्वालियर जिले में स्थापित स्टील निर्माण इकाई के विस्तार में रुपये 250 करोड का अतिरिक्त निवेश की योजना है जिससे अतिरिक्त 200 से 300 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। करीब 2000 एकड भूमि क्षेत्रफल पर जिला मुरैना में बायो एनर्जी सेक्टर संबंधी कंप्रेस्ड बायो गैस इकाई स्थापित किये जाने की योजना है।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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