ऑनलाइन दर्ज कराएं शिकायत, 21 दिनों में हर हाल में होगा निराकरण
केंद्र सरकार ने शिकायतों का निवारण समयबद्ध, सुलभ और सार्थक ढंग से करने के लिए प्रधानमंत्री के निर्देशों के अनुरूप व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराना होगा और इसका हर हाल में 21 दिनों में निराकरण किया जाएगा। शिकायतों और उनके निराकरण की बाकायदा मॉनीटरिंग और समीक्षा भी होगी।
केंद्र सरकार ने शिकायतों का निवारण समयबद्ध, सुलभ और सार्थक ढंग से करने के लिए प्रधानमंत्री के निर्देशों के अनुरूप व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराना होगा और इसका हर हाल में 21 दिनों में निराकरण किया जाएगा। शिकायतों और उनके निराकरण की बाकायदा मॉनीटरिंग और समीक्षा भी होगी।
इसके लिए सरकार ने सीपीजीआरएएमएस के साथ एक एकीकृत उपयोगकर्ता-अनुकूल शिकायत दर्ज करने वाला प्लेटफॉर्म http://www.pgportal.gov.in शुरू किया है। यह एक कॉमन ओपन प्लेटफॉर्म है, जो एकल खिड़की अनुभव के रूप में काम करेगा। इस पर नागरिक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।
नियुक्त किए जाएंगे नोडल अधिकारी
शिकायतों का शीघ्र, निष्पक्ष और कुशलतापूर्वक समाधान करने के लिए सभी मंत्रालयों और विभागों में लोक शिकायतों के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। शिकायतों का बोझ अधिक होने वाले मंत्रालयों/विभागों में समर्पित नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
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नोडल अधिकारी के यह होंगे कार्य
नोडल अधिकारी की भूमिका प्रभावी वर्गीकरण, लंबित मामलों की निगरानी, प्रक्रिया और नीतिगत सुधारों के लिए फीडबैक की जांच, मूल कारण विश्लेषण, मासिक डेटा सेट का संकलन और मंत्रालय और विभाग के शिकायत निवारण अधिकारियों की पर्यवेक्षी निगरानी करना है।
प्रत्येक मंत्रालय/विभाग में योजनाओं और गतिविधियों की जानकारी रखने वाले पर्याप्त संसाधनों के साथ समर्पित शिकायत प्रकोष्ठ स्थापित किए जाएंगे।
निराकरण की समय सीमा यह
शिकायत निवारण की समयसीमा घटाकर 21 दिन कर दी गई है। यदि कोई मामला ऐसा है जिसका निराकरण 21 दिनों में संभव नहीं है तो उस मामले में शिकायतकर्ता को अंतरिम जवाब दिया जाएगा।
शिकायतों का निवारण संपूर्ण सरकार वाले दृष्टिकोण से किया जाएगा तथा शिकायत निवारण अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट सीपीजीआरएएमएस पर दर्ज की जाएगी।
मैसेज और मेल से भेजेंगे जानकारी
निराकृत की गई शिकायतों के बारे में नागरिकों को एसएमएस और ई-मेल के माध्यम से फीडबैक भेजी जाएगी। प्रत्येक निपटाई गई शिकायत पर फीडबैक कॉल सेंटर के माध्यम से फीडबैक एकत्र की जाएगी और यदि नागरिक संतुष्ट नहीं है तो वह अगले वरिष्ठ अधिकारी के पास अपील दायर कर सकता है।
एआई से फीडबैक का विश्लेषण
सरकार द्वारा एआई संचालित विश्लेषणात्मक उपकरणों- ट्री डैशबोर्ड और इंटेलिजेंट ग्रीवन्स मॉनिटरिंग डैशबोर्ड का उपयोग करके नागरिकों से प्राप्त फीडबैक का विश्लेषण किया जाएगा। मासिक आधार पर मंत्रालयों व विभागों की रैंकिंग के लिए शिकायत निवारण मूल्यांकन सूचकांक जारी किया जाएगा।