छात्र को नशीला पदार्थ सुंघाकर ले जा रहे थे अगुआ करके, ऐसे हुआ फरार
कुछ दिन पहले बैतूल जिले के आमला में एक छात्र को अगुआ किए जाने के प्रयास का मामला सामने आया था। अब इसी तरह का प्रयास जिले के झल्लार थाना क्षेत्र में सामने आया है। यहां से एक छात्र को अगुआ करके आरोपी देवास तक ले भी गए। खैरियत रही कि छात्र भागने में सफल हो गया।
⇓ मनोहर अग्रवाल खेड़ी सांवलीगढ़
कुछ दिन पहले बैतूल जिले के आमला में एक छात्र को अगुआ किए जाने के प्रयास का मामला सामने आया था। अब इसी तरह का प्रयास जिले के झल्लार थाना क्षेत्र में सामने आया है। यहां से एक छात्र को अगुआ करके आरोपी देवास तक ले भी गए। खैरियत रही कि छात्र भागने में सफल हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार झल्लार थाना अंर्तगत डोक्या ग्राम पंचायत के मेंढ़ा गांव का निवासी ओम पिता गणेश धोटे 27 अगस्त को प्रतिदिन की तरह स्कूल जाने के लिए विजयग्राम में बस स्टैंड पर खड़ा था। वह मालेगांव स्कूल में पढ़ता है। इसी बीच एक बोलेरो कार आकर उसके पास रुकती है।
बैठते ही सुंघाया नशीला पदार्थ
उसमें बैठे अनजान लोग उससे यह पूछते हैं कि कहां जा रहे हो। छात्र ने बताया कि मालेगांव स्कूल जाना है। इस पर बोलेरो सवार ने उससे कहा- बैठ जाओ। हम भी वहीं जा रहे हैं। इस पर छात्र ओम धोटे बोलेरो जीप में बैठ गया। उसके बैठते ही जीप में बैठे अज्ञात लोगों ने उसे रुमाल में लगा रखा नशीला पदार्थ सुंघाया।
इस तरह भागा चंगुल से छूटकर
छात्र ओम के मुताबिक इससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद बोलेरो आगे चल पड़ी। उसके बाद उसे कुछ होश नहीं। उसे होश आया तब उसने देखा कि देवास के पास एक ढाबे पर सभी खाना खाने रुके हैं। उसने देखा कि वे लोग शराब पीने और खाना खाने में लगे हैं। मौका पाते ही वह वाहन से उतर कर देवास के बस स्टैंड पर गया।
परिवार के लोगों को किया फोन
छात्र ने वहां मिले एक व्यक्ति को यह सब बातें बताई। इसके बाद उसी के मोबाइल से घर पर फोन लगाकर खबर दी कि वह देवास बस स्टैंड पर है। ओम का दावा है कि बोलेरो वाहन में पहले से एक और बच्चा था। संभवत: उसे भी कहीं से अगुआ करके लाया गया था। उसे वह साथ ले गए।
परिजन देवास जाकर लाए वापस
इधर गुम हुए छात्र की तलाश में परिजन भी परेशान थे। उन्हें जैसे ही फोन आया, वे 2 बजे ही कार से देवास गए और ओम को वापस लेकर आए। वह बेहद घबराया हुआ है और ज्यादा कुछ बोल भी नहीं पा रहा है।
नहीं ली पुलिस की सहायता
रिश्तेदार शेखलाल शिवराम ने बताया कि वह लोग जीप से बच्चे को अगुआ कर ले गए थे। ओम ने चालाकी से अपने को बचा लिया। घबराहट के कारण वह ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रहा है। परिजनों ने पुलिस की मदद नहीं ली और बच्चे का फोन आते ही रात में ही देवास के लिए रवाना हो गए थे।