दर्दनाक हादसा : भैंस पर बैठ कर दूसरे किनारे जा रही मासूम की डूबने से मौत

दर्दनाक हादसा : भैंस पर बैठ कर दूसरे किनारे जा रही मासूम की डूबने से मौत
बेटी के शव के पास बैठकर विलाप करती माँ

⇓ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़

बैतूल जिले के झल्लार थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम केरपानी में मंगलवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां ग्राम के अमराई वाले तालाब के पास अपनी भैंस चराने गई एक 8 वर्षीय मासूम भैंस पर बैठकर तालाब के दूसरे किनारे पर जा रही थी। इसी बीच संतुलन बिगड़ जाने से मासूम बच्ची की डूबने से मौत हो गई।

गांव कोटवार की रिपोर्ट पर झल्लार थाना प्रभारी मनोज उइके के निर्देशन में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। गांव के ग्रामीणों की मदद से मृतिका रवीना पिता संतु परते 8 वर्ष के शव को तालाब से बाहर निकाला। शव परीक्षण के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

नहाने के बाद भैंस को तैराती थी

थाना प्रभारी मनोज उइके ने बताया कि घटना दोपहर की है। रवीना रोज की तरह भैंस चराने गई थी। उसे तालाब में नहाने का मन हुआ तो वह नहाने के बाद भैंस पर बैठकर भैंस को अक्सर पानी में तैराती है। आज भी वह भैंस पर बैठ गई और तैराने लगी।

गहरे पानी में बिगड़ गया बैलेंस

इसी बीच जब भैंस गहरे पानी में गई तो भैंस पर सवार रवीना का बैलेंस बिगड़ गया और वह पानी में गिर गई। जिससे गहरे पानी में वह डूब गई। जब इसकी खबर गांव के कुछ लोगों को लगी तो उन्होंने तालाब में कूदकर मासूम बच्ची को बाहर निकाला। ग्रामीणों ने उसे निकाल तो लेकिन, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

बताया जाता है कि रवीना हमेशा भैंस पर बैठकर तालाब में जाती थी। यह कोई पहला मौका नहीं है। लेकिन, आज उसका संतुलन बिगड़ गया और वह गहरे पानी में भैंस के जाने के बाद संभल नहीं सकी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Uttam Malviya

उत्तम मालवीय : मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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